REIT का अर्थ क्या है?
REIT का पूरा नाम है Real Estate Investment Trust।
यह एक ऐसी कंपनी होती है, जो कमर्शियल प्रॉपर्टीज जैसे ऑफिस, मॉल, होटल या वेयरहाउस में निवेश करती है।
इन प्रॉपर्टीज से जो किराया या आय होती है, उसका बड़ा हिस्सा निवेशकों को डिविडेंड के रूप में दिया जाता है।
आप जैसे आम निवेशक, REIT की यूनिट्स खरीदकर उन प्रॉपर्टी में हिस्सा ले सकते हैं। यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसे शेयर बाजार में किसी कंपनी के शेयर खरीदना।
REIT कैसे काम करता है?
REIT कंपनियाँ बड़ी प्रॉपर्टीज में निवेश करती हैं।
उनसे जो किराया, लीज या बिक्री से आमदनी होती है, उसका एक हिस्सा निवेशकों को डिविडेंड के रूप में मिलता है।
यानी आप बिना प्रॉपर्टी खरीदे भी रियल एस्टेट से कमाई कर सकते हैं।
कम पूंजी, ज्यादा लाभ – जानिए क्यों चुनें REIT?
कम पूंजी में निवेश:
रियल एस्टेट की तरह लाखों नहीं, REIT में आप हजारों रुपये से शुरुआत कर सकते हैं।नियमित आय:
किराये जैसी इनकम आपको डिविडेंड के रूप में मिलती है।तरलता (Liquidity):
इसे आप शेयर बाजार की तरह कभी भी खरीद-बेच सकते हैं।सुरक्षा और पारदर्शिता:
SEBI द्वारा रेगुलेट होने के कारण यह विश्वसनीय है।
ध्यान देने योग्य बातें
प्रॉपर्टी बाजार में गिरावट का असर REIT पर भी हो सकता है।
डिविडेंड फिक्स नहीं होता, यह कंपनी की आय पर निर्भर करता है।
बाजार में यूनिट की कीमतें घट-बढ़ सकती हैं।
इसलिए निवेश से पहले थोड़ा रिसर्च करना जरूरी होता है।
निष्कर्ष
REIT एक आसान और स्मार्ट तरीका है रियल एस्टेट में निवेश करने का, वो भी बिना प्रॉपर्टी खरीदे।
अगर आप कम पूंजी में, नियमित आमदनी और लॉन्ग टर्म ग्रोथ चाहते हैं, तो REIT एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।