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Volatility क्या होती है - स्टॉक मार्केट में Volatility explained in Hindi

Volatility क्या होती है?

स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय अक्सर लोग यह सवाल पूछते हैं कि Volatility क्या होती है। Volatility का मतलब है किसी शेयर, सेक्टर या पूरे मार्केट की कीमतों में उतार-चढ़ाव। जब किसी शेयर की कीमत लगातार और तेज़ी से बदलती है, तो हम कहते हैं कि उस शेयर में High Volatility है। वहीं, अगर कीमतें स्थिर रहती हैं और धीरे-धीरे बदलती हैं, तो इसे Low Volatility कहा जाता है। Volatility ही तय करती है कि निवेश में जोखिम कितना है और उससे संभावित रिटर्न कैसा हो सकता है।


Volatility के प्रकार

High Volatility (उच्च उतार-चढ़ाव)

  • इसमें शेयर की कीमतें तेज़ी से ऊपर-नीचे होती हैं।

  • Risk बहुत ज्यादा होता है लेकिन profit भी बड़ा मिल सकता है।

  • ज़्यादातर Penny Stocks और Small Cap Stocks इस category में आते हैं।

Low Volatility (कम उतार-चढ़ाव)

  • इसमें शेयर की कीमतें काफी हद तक स्थिर रहती हैं।

  • Risk कम होता है और returns steady रहते हैं।

  • ज़्यादातर Blue Chip Stocks और Large Cap कंपनियों के शेयर इसमें शामिल हैं।


Volatility को मापने के तरीके

  1. Standard Deviation

    • यह दिखाता है कि किसी शेयर की कीमत average से कितनी दूर और कितनी बार बदल रही है।

  2. Beta Value

    • यह बताता है कि शेयर पूरे मार्केट की तुलना में कितना volatile है।

    • अगर Beta 1 से ज्यादा है तो शेयर ज्यादा volatile है, और अगर 1 से कम है तो कम volatile है।

  3. VIX (Volatility Index)

    • इसे Fear Index भी कहते हैं।

    • यह बताता है कि आने वाले समय में मार्केट में डर और अनिश्चितता कितनी है।


Volatility क्यों जरूरी है?

  • यह risk और return का अंदाजा लगाने में मदद करती है।

  • Portfolio बनाने में volatility को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण है।

  • Short-term trading करने वालों के लिए volatility profit और loss दोनों तय करती है।

  • Long-term investors के लिए यह एक मौका हो सकता है अच्छे शेयर कम कीमत पर खरीदने का।

  • Market cycle को समझने और सही entry-exit करने में volatility बड़ी भूमिका निभाती है।


ChalakInvestor की सलाह

  • अगर आप नए निवेशक हैं, तो high volatility वाले शेयरों से दूर रहें।

  • Long-term investment के लिए low volatility और fundamentally strong कंपनियों में पैसा लगाएं।

  • हमेशा diversified portfolio बनाएं, ताकि ज्यादा volatility वाले शेयरों का असर कम हो।

  • Market में panic करने के बजाय strategy और patience अपनाएं।

  • Volatility को दुश्मन मत समझें, बल्कि इसे मौके की तरह use करना सीखें।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1: Volatility ज्यादा होने का फायदा क्या है?
Ans: High volatility में short-term profit की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन risk भी उतना ही बढ़ता है।

Q2: Low volatility वाले शेयर safe होते हैं क्या?
Ans: हां, ये अपेक्षाकृत safe माने जाते हैं और steady returns देते हैं।

Q3: Volatility Index (VIX) बढ़ने का मतलब क्या है?
Ans: इसका मतलब है कि आने वाले समय में मार्केट ज्यादा uncertain और volatile रह सकता है।

Q4: क्या Volatility हमेशा नुकसान देती है?
Ans: नहीं, volatility से ही market में profit कमाने के मौके बनते हैं। सही समय और सही strategy से इसे फायदे में बदला जा सकता है।


निष्कर्ष (Conclusion)

आसान भाषा में कहें तो, Volatility क्या होती है यह समझना हर निवेशक के लिए बेहद जरूरी है। Volatility हमें बताती है कि किसी निवेश में कितना risk है और उससे किस तरह का return मिल सकता है। High volatility में बड़ा profit भी मिल सकता है और बड़ा नुकसान भी हो सकता है, जबकि low volatility निवेशकों को स्थिर और सुरक्षित returns देती है। इसलिए समझदारी यही है कि अपनी risk capacity और financial goals को ध्यान में रखते हुए सही निवेश का चुनाव करें।

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