यर बाजार में अक्सर कंपनियाँ अपने निवेशकों के लिए कुछ ऐसे फैसले लेती हैं जिन्हें corporate actions कहा जाता है। इन्हीं में से एक है Stock Split। कई नए निवेशकों के मन में यह सवाल होता है कि Stock Split क्या होता है और इसका असर उनके निवेश पर कैसे पड़ता है। सरल भाषा में कहें तो Stock Split एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कंपनी अपने शेयर को छोटे हिस्सों में बाँट देती है ताकि उसकी कीमत कम हो जाए और अधिक से अधिक लोग उसमें निवेश कर सकें।
Stock Split की परिभाषा (Definition of Stock Split)
Stock Split तब होता है जब कोई कंपनी अपने एक शेयर को कई छोटे-छोटे शेयरों में बाँट देती है। इस प्रक्रिया से कंपनी की कुल value (market capitalization) पर कोई असर नहीं पड़ता, बल्कि सिर्फ शेयरों की संख्या बढ़ जाती है और प्रति शेयर की कीमत कम हो जाती है।
उदाहरण:
अगर किसी कंपनी का 1 शेयर ₹10,000 का है और कंपनी 1:10 का stock split करती है, तो अब उस 1 शेयर की जगह 10 शेयर मिलेंगे और हर शेयर की कीमत ₹1,000 होगी। ध्यान रहे कि निवेशक का कुल निवेश वही रहता है।
Stock Split क्यों किया जाता है? (Purpose of Stock Split)
कंपनियाँ stock split करने के पीछे कई कारण रखती हैं:
निवेशकों के लिए affordability: जब share की कीमत बहुत ज्यादा हो जाती है, तो छोटे निवेशकों के लिए उसे खरीदना मुश्किल हो जाता है। Split से कीमत कम हो जाती है और हर किसी के लिए accessible बनती है।
Liquidity बढ़ाना: सस्ते दाम पर ज्यादा लोग share खरीदते और बेचते हैं, जिससे trading volume और liquidity बढ़ती है।
Market popularity: Share की कीमत कम होने से ज्यादा लोग उसमें interested हो जाते हैं।
Shareholder base बढ़ाना: Split के बाद छोटे निवेशक भी आसानी से निवेश कर सकते हैं, जिससे shareholder की संख्या बढ़ जाती है।
Stock Split कैसे काम करता है? (How Stock Split Works)
Stock Split का असर समझने के लिए एक उदाहरण लें:
Investor के पास कंपनी के 10 shares हैं, जिनकी कीमत ₹5,000 प्रति share है।
कुल निवेश = ₹50,000।
कंपनी 1:5 stock split करती है।
अब 1 शेयर → 5 नए शेयर बनेंगे।
कुल शेयर = 10 × 5 = 50 shares।
हर नए शेयर की कीमत = ₹1,000।
Investor का कुल निवेश = ₹50,000 (यानी वही रहेगा)।
इससे साफ है कि split से investor के पास शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, लेकिन उसकी total investment value नहीं बदलती।
Stock Split के प्रकार (Types of Stock Split)
Forward Stock Split
इसमें एक शेयर को कई हिस्सों में बाँटा जाता है।
Example: 1:2, 1:5 या 1:10।
इसका मकसद share को सस्ता और accessible बनाना है।
Reverse Stock Split
इसमें कई छोटे shares को मिलाकर एक बड़ा share बना दिया जाता है।
Example: 10:1 reverse split, यानी 10 छोटे शेयर मिलकर 1 शेयर बनेंगे।
इसका मकसद share की कीमत को बढ़ाना और कंपनी की image सुधारना है।
फायदे Stock Split के (Advantages of Stock Split)
शेयर की कीमत affordable हो जाती है।
Market liquidity और trading volume बढ़ जाता है।
Retail investors के लिए investment आसान बनता है।
Market में share की popularity बढ़ती है।
Investor base मजबूत होता है।
Stock Split के नुकसान (Disadvantages of Stock Split)
Company की असली value या fundamentals में कोई बदलाव नहीं होता।
Low price होने से कभी-कभी speculation और ज्यादा volatility बढ़ जाती है।
कुछ cases में short-term में stock price गिर भी सकता है।
Bonus Issue और Stock Split में फर्क
Stock Split: Company अपने existing shares को छोटे हिस्सों में divide करती है।
Bonus Issue: Company अपने reserves से नए free shares देती है।
Split में value divide होती है, जबकि bonus issue में नए shares add होते हैं।
ChalakInvestor की सलाह
सिर्फ Stock Split देखकर investment का निर्णय न लें।
Split से share की value नहीं बढ़ती, इसलिए हमेशा कंपनी के fundamentals देखें।
Long-term investors को split से कोई नुकसान नहीं होता, बल्कि liquidity बढ़ने का फायदा मिलता है।
Speculation और short-term volatility से सावधान रहें।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. Stock Split क्या होता है?
जब कंपनी अपने एक शेयर को छोटे हिस्सों में बाँट देती है, तो इसे stock split कहते हैं।
Q2. क्या Stock Split से company की value बदलती है?
नहीं, split से सिर्फ shares की संख्या और price बदलते हैं, लेकिन total market capitalization वही रहता है।
Q3. Forward और Reverse Stock Split में क्या फर्क है?
Forward split में शेयर divide होते हैं, reverse split में शेयर merge किए जाते हैं।
Q4. क्या Stock Split से investor को फायदा होता है?
Indirect फायदा होता है – liquidity और affordability बढ़ जाती है, लेकिन direct value change नहीं होता।
Q5. Stock Split और Bonus Issue में क्या फर्क है?
Split में shares divide होते हैं जबकि bonus issue में free shares दिए जाते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Stock Split एक corporate action है जिसमें कंपनी अपने शेयरों को छोटे हिस्सों में बाँट देती है ताकि उनकी कीमत कम हो जाए और वे ज्यादा investors के लिए सुलभ बन जाएँ। यह liquidity और market participation बढ़ाता है, लेकिन कंपनी की असली value में कोई बदलाव नहीं करता। इसलिए निवेशकों को split देखकर उत्साहित होने के बजाय हमेशा कंपनी की fundamentals, earnings और growth potential को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहिए।