इस गिरावट को समझने के लिए आइए जानते हैं 4 बड़े कारण:
1. Donald Trump Indian tariffs: अमेरिका का झटका
अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने भारत से आयात होने वाले प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत रूस से तेल की खरीदारी जारी रखे हुए है, जो अमेरिका की नीति के खिलाफ है।
इसका सीधा असर Textiles, Marine Products और Leather Exports पर देखने को मिल सकता है, क्योंकि ये अमेरिका को सबसे ज़्यादा एक्सपोर्ट करते हैं। इस बयान ने बाजार के सेंटिमेंट को बुरी तरह हिला दिया।
“ट्रंप के इस निर्णय से ट्रेड फ्लो और ग्रोथ पर दबाव बढ़ेगा,” – Mahesh Patil, CIO, Aditya Birla AMC
2. FIIs selling pressure: बिकवाली का तूफान
FIIs selling pressure अभी भी बरकरार है। विदेशी निवेशकों ने 7 अगस्त को ₹4,999 करोड़ के शेयर बेचे। अगस्त महीने में अब तक उन्होंने ₹10,954 करोड़ की बिकवाली की है।
पिछले महीने जुलाई में ही FIIs ने भारतीय बाजार से ₹47,600 करोड़ निकाले थे। इससे मार्केट में भारी volatility और कमजोरी देखने को मिल रही है।
3. Crude oil price India: महंगे तेल ने बढ़ाई चिंता
Crude oil price India में भी उछाल आया है। Brent crude आज 1% बढ़कर $87.56 per barrel पर पहुंच गया।
भारत जैसे तेल आयातक देश के लिए यह स्थिति महंगाई, फिसलता रुपया, और बढ़ते इंपोर्ट बिल का खतरा लेकर आती है। बाजार पर इसका सेंटिमेंट खराब हुआ है।
4. India VIX rise: डर बढ़ा, अनिश्चितता बढ़ी
बाजार का volatility index – India VIX rise होकर 12.16 पर पहुंच गया है, जिसमें लगभग 2% की बढ़त हुई है।
इसका मतलब है कि निवेशक सतर्क हो चुके हैं और बाजार को लेकर डर बढ़ गया है।
“VIX का बढ़ना यह दिखाता है कि निवेशक अब low-risk approach ले रहे हैं,” – Market Analysts
Technical View: अब क्या करें निवेशक?
Geojit Financial Services के Anand James के अनुसार:
“Nifty crash के बाद 24,080 से 23,560 के लेवल तक जा सकता है। यदि निफ्टी 24,670 के ऊपर बंद होता है तभी कोई ठोस रिकवरी संभव है।”
Market Summary (Updated: 7 August 2025)
| Indicator | Value |
|---|---|
| Sensex today | 80,107.38 (↓550 pts) |
| Nifty crash | 24,433.20 (↓141 pts) |
| FIIs selling pressure | ₹10,954 Cr (Aug) |
| Crude oil price India | $87.56/bbl |
| India VIX rise | 12.16 (+2%) |
Chalakinvestor की सलाह:
Share Market Falls जैसी स्थिति में घबराने की ज़रूरत नहीं है। Chalakinvestor का मानना है:
“Short-term volatility के बावजूद, ये corrections लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए मौका हो सकते हैं। Strong fundamentals वाली कंपनियों में SIP करें, panic selling से बचें। FIIs की बिकवाली और global noise के बावजूद इंडियन इकॉनमी मजबूत है।”




















