Risk और Return में क्या फर्क है यह हर निवेशक को समझना चाहिए। निवेश की दुनिया में Risk का मतलब है अनिश्चितता और नुकसान की संभावना। Return का मतलब है निवेश से होने वाला लाभ या हानि। सही निवेश चुनने के लिए दोनों को समझना ज़रूरी है।
परिभाषा Risk की
Risk और Return में क्या फर्क है इसे समझने के लिए पहले Risk जानना ज़रूरी है।यह वह अनिश्चितता है जिसमें निवेश से अपेक्षित लाभ न मिले या नुकसान हो जाए।
उदाहरण: शेयर बाज़ार गिरने पर निवेशक को घाटा हो सकता है।
Risk हमेशा भविष्य से जुड़ा होता है और निश्चित रूप से मापा नहीं जा सकता।
परिभाषा Return की
Return और Risk में क्या फर्क है इसे जानने के लिए Return भी समझना चाहिए। Return वह लाभ या हानि है जो किसी निवेश से मिलता है। यह प्रतिशत या राशि में मापा जाता है।
उदाहरण: ₹10,000 का निवेश → एक साल बाद ₹12,000 मिलता है → Return = 20%।
Return हमेशा past performance से मापा जाता है।
Risk और Return का संबंध
Risk और Return में क्या फर्क है यह जानने के लिए इनका संबंध समझना ज़रूरी है। निवेश में एक सामान्य नियम है:
High Risk → High Return की संभावना।
Low Risk → Low Return की संभावना।
मतलब, ज्यादा जोखिम लेने वाले निवेशक को लंबे समय में ज्यादा मुनाफा मिल सकता है।
प्रकार Risk के
Market Risk – शेयर बाज़ार गिरने का खतरा।
Credit Risk – किसी कंपनी या सरकार का कर्ज न चुका पाना।
Inflation Risk – महंगाई बढ़ने से निवेश का मूल्य घट जाना।
Interest Rate Risk – ब्याज दर बढ़ने पर निवेश का नुकसान।
Return के प्रकार
Absolute Return – कुल लाभ प्रतिशत में।
Annualized Return – हर साल का औसत Return।
Compounded Return – ब्याज पर ब्याज का लाभ।
Real Return – Inflation घटाने के बाद असली Return।
Return और Risk में मुख्य फर्क
इसको सरल comparison से समझें:
Risk: निवेश में अनिश्चितता और नुकसान की संभावना।
Return: निवेश से प्राप्त लाभ या हानि।
Risk: भविष्य पर आधारित।
Return: बीते हुए प्रदर्शन से मापा जाता है।
Risk: मापना कठिन।
Return: संख्याओं और प्रतिशत में मापा जा सकता है।
निवेश में Risk और Return का महत्व
Risk और Return में क्या फर्क है यह जानकर निवेशक सही निर्णय ले सकता है।
Young निवेशक अधिक Risk लेकर ज्यादा Return पा सकते हैं।
Retired निवेशक कम Risk लेकर स्थिर Return चुनते हैं।
निवेश हमेशा Risk और Return के संतुलन पर आधारित होना चाहिए।
Real Life Example
मान लीजिए आपने ₹1,00,000 Equity Mutual Fund में लगाया। इसमें Risk ज्यादा है, लेकिन एक साल बाद आपको ₹1,20,000 मिल सकता है।
दूसरी ओर, आपने ₹1,00,000 Fixed Deposit में लगाया। इसमें Risk लगभग नहीं है, लेकिन एक साल बाद आपको ₹1,05,000 ही मिलेगा।
यानी Equity में Risk ज्यादा है और Return भी ज्यादा हो सकता है। FD में Risk कम है और Return भी कम होगा।
ChalakInvestor की सलाह
Risk और Return में क्या फर्क है यह समझना हर निवेशक के लिए ज़रूरी है। निवेश का चुनाव हमेशा आपके लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता पर निर्भर होना चाहिए। यह मानना गलत है कि ज़्यादा जोखिम लेने पर हमेशा अधिक लाभ मिलेगा। समझदारी इसी में है कि आप संतुलित रणनीति अपनाकर आगे बढ़ें।
FAQs: Risk और Return
Q1. Risk और Return में क्या अंतर है?
जोखिम का मतलब है निवेश में अनिश्चितता या नुकसान की संभावना। वहीं रिटर्न वह नतीजा है जो किसी निवेश से लाभ या हानि के रूप में मिलता है।
Q2. High Risk का मतलब क्या है?
High Risk का मतलब ज्यादा नुकसान की संभावना है, लेकिन इसके साथ High Return की संभावना भी होती है।
Q3. क्या Low Risk वाले निवेश हमेशा सुरक्षित होते हैं?
Low Risk वाले निवेश सुरक्षित होते हैं लेकिन उनमें Return भी कम मिलता है।
Q4. क्या High Risk हमेशा High Return देता है?
नहीं, High Risk लेने पर नुकसान भी हो सकता है। इसलिए Risk और Return का संतुलन ज़रूरी है।
निष्कर्ष
अब आप समझ गए होंगे कि निवेश में जोखिम और लाभ दोनों जुड़े रहते हैं। जोखिम का मतलब है अनिश्चितता और नुकसान की संभावना, जबकि लाभ वह नतीजा है जो निवेश से मिलता है। समझदारी यही है कि हर व्यक्ति अपनी क्षमता और लक्ष्यों को देखकर सही संतुलन के साथ आगे बढ़े।