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Promoter Holding का महत्व

promoter holding क्यों देखनी चाहिए?

प्रमोटर होल्डिंग क्या है?

Promoters वे व्यक्ति होते हैं जिन्होंने कंपनी शुरू की या उसे नियंत्रित करते हैं। Promoter Holding का मतलब है

कि कुल शेयरों में से कितने प्रतिशत शेयर उनके पास हैं। अगर किसी कंपनी में यह 60% है, तो प्रमोटर्स के पास कंपनी के 60% शेयर हैं।


निवेशकों के लिए प्रमोटर होल्डिंग क्यों महत्वपूर्ण है?

Promoter Holding यह दिखाती है कि प्रमोटर्स अपनी कंपनी पर कितना भरोसा करते हैं।

यदि उनकी होल्डिंग अधिक है, तो वे कंपनी के भविष्य में रुचि रखते हैं। यह निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत होता है।


प्रमोटर होल्डिंग डेटा में क्या देखें?

  1. हिस्सेदारी का प्रतिशत – अधिक हिस्सेदारी स्थायित्व दिखाती है।

  2. गिरवी रखे शेयर (Pledged Shares) – यह खतरे का संकेत हो सकता है।

  3. होल्डिंग में बदलाव – क्या हाल ही में हिस्सेदारी बढ़ी या घटी है?

  4. सक्रिय या निष्क्रिय भूमिका – क्या प्रमोटर्स कंपनी संचालन में शामिल हैं?


उच्च प्रमोटर होल्डिंग वाले स्टॉक्स

TCS, Infosys, और Dmart जैसी कंपनियों में प्रमोटर होल्डिंग अधिक है। इन कंपनियों में निवेशक भरोसे के साथ निवेश करते हैं।

क्यों? क्योंकि प्रमोटर्स खुद कंपनी में गहरी भागीदारी रखते हैं।


एक अच्छा प्रमोटर होल्डिंग प्रतिशत क्या है?

आमतौर पर 50% से ज्यादा होल्डिंग को अच्छा माना जाता है। यदि यह 75% से ऊपर है, तो यह सकारात्मक है,

लेकिन शेयर की लिक्विडिटी पर असर डाल सकता है। इसीलिए संतुलन जरूरी होता है।


अगर प्रमोटर होल्डिंग कम हो जाए तो क्या होगा?

यदि प्रमोटर लगातार शेयर बेच रहे हैं, तो यह निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। इससे यह संकेत मिलता है

कि उन्हें कंपनी के भविष्य पर भरोसा नहीं है। ऐसे में स्टॉक की कीमत नीचे जा सकती है।


बढ़ती और घटती होल्डिंग का क्या मतलब है?

  • बढ़ती होल्डिंग: प्रमोटर्स का भरोसा बढ़ रहा है।

  • घटती होल्डिंग: कंपनी में विश्वास कम हो रहा है।

  • स्थिर होल्डिंग: कंपनी में स्थायित्व है।


सक्रिय बनाम निष्क्रिय प्रमोटर होल्डिंग

  • सक्रिय प्रमोटर – कंपनी प्रबंधन में भाग लेते हैं।

  • निष्क्रिय प्रमोटर – केवल हिस्सेदारी रखते हैं, लेकिन संचालन में नहीं होते।
    सक्रिय प्रमोटर होने पर कंपनी में पारदर्शिता और जवाबदेही अधिक रहती है।


प्रमोटर होल्डिंग का आपके निवेश पर प्रभाव

Promoter Holding यह तय करने में मदद करती है कि कंपनी भरोसेमंद है या नहीं।

  • अधिक होल्डिंग: कंपनी में आत्मविश्वास दिखाता है।

  • कम होल्डिंग: जोखिम अधिक हो सकता है।

  • गिरवी शेयर: सतर्कता जरूरी होती है।


ChalakInvestor की सलाह

Promoter Holding को नज़रअंदाज़ न करें। यह निवेश से पहले जरूर देखें:

  • प्रमोटर्स की हिस्सेदारी कितनी है?

  • क्या कोई शेयर गिरवी है?

  • हालिया तिमाही में बदलाव हुआ है या नहीं?

स्मार्ट निवेश वही है जो कंपनी की नींव को पहले परखता है।

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