Portfolio क्या होता है और क्यों जरूरी होता है?
जब आप बार-बार निवेश करते हैं, तो एक शब्द अक्सर सुनने को मिलता है – Portfolio या पोर्टफोलियो क्या होता है। बहुत से लोगों को ये शब्द थोड़ा जटिल लगता है, लेकिन असल में यह बहुत सरल है। पोर्टफोलियो का मतलब होता है – आपकी सारी निवेश संपत्तियों का संग्रह। जैसे आपने म्यूचुअल फंड, शेयर, एफडी या सोना खरीदा है, तो ये सब मिलकर आपका निवेश संग्रह बनाते हैं। इसे ही फाइनेंस की भाषा में इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो या संपत्ति मिश्रण कहा जाता है। सही पोर्टफोलियो बनाना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि यह आपके जोखिम को संतुलित करता है और लंबे समय में बेहतर रिटर्न पाने में मदद करता है।
पोर्टफोलियो क्या होता है?
पोर्टफोलियो का अर्थ होता है – आपकी समस्त निवेश की चीजों का एक सार।
मायाने कहाँ-कहाँ पैसा निवेश किया है, वो सब मिलकर बनता है आपका पोर्टफोलियो।
उदाहरण के लिए –
- आपको जब कुछ पैसा शेयर मार्केट में,
- कुछ म्यूचुअल फंड में,
- कुछ फिक्स्ड डिपॉज़िट में और
- कुछ सोने या रियल एस्टेट में निवेश किया हो,
- तो ये सब मिलकर आपका निवेश पोर्टफोलियो बनाते हैं।
Portfolio क्यों ज़रूरी है?
अब प्रश्न आता है –
पोर्टफोलियो बनाना कितना ज़रूरी क्यों
रिस्क कम करता है
मान लीजिए आपने सारा पैसा शेयर मार्केट में लगा दिया।
अगर मार्केट गिर गया, तो सारा नुकसान भी आपके ही होगा।
पर यदि पोर्टफोलियो में विविधता (diversification) हो,
तो एक जगह नुकसान होने पर दूसरी जगह से फायदा मिल सकता है।
लक्ष्य के अनुसार प्लान बनता है
हर इंसान के अलग लक्ष्य होते ह麼
किसी को घर की खरीदारी करनी है, किसी को बच्चों की पढ़ाई करनी।
पोर्टफोलियो आपको हर लक्ष्य के लिए सही योजना बनाने में मदद करता है।
बैलेंस रखता है
अगर आप सही पोर्टफोलियो तैयार हो चुके हैं,
तो समय समय पर बैलेंस रहता है – रिस्क और रिटर्न का।
ना बहुत जोखिम, ना बहुत धीमा मुनाफा।
निष्कर्ष: (CONCLUSION)
- पोर्टफोलियो निवेश की लिस्ट नह
- बल्कि ये आपकी फाइनेंशियल हेल्थ का आईना है।
- अगर आप चाहते हैं कि आपकी मेहनत की कमाई सही दिशा में बढ़े,
- तो एक मजबूत और संतुलित पोर्टफोलियो बहुत जरूरी है