निवेश की दुनिया में जब भी Mutual Fund की बात होती है, तो सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला शब्द है NAV (Net Asset Value)। यह Mutual Fund की प्रति यूनिट कीमत को दर्शाता है। अगर आप Mutual Fund में निवेश करते हैं, तो आपको यह समझना बहुत ज़रूरी है कि NAV क्या है, इसे कैसे निकाला जाता है और इसका महत्व क्या है।
NAV (Net Asset Value) की परिभाषा
NAV का फुल फॉर्म Net Asset Value है। यह किसी Mutual Fund की कुल संपत्ति (Assets) से उसकी देनदारियां (Liabilities) घटाकर और बचे हुए मूल्य को कुल यूनिट्स से विभाजित करके निकाला जाता है।
Formula:
NAV = (Total Assets – Total Liabilities) ÷ Total Units
सीधे शब्दों में कहें तो NAV किसी Mutual Fund की प्रति यूनिट कीमत होती है।
NAV कैसे Calculate होता है?
NAV की गणना रोज़ाना बाजार बंद होने के बाद की जाती है। इसमें Mutual Fund के पास मौजूद शेयर, बॉन्ड और दूसरी securities का कुल मूल्य जोड़ा जाता है और फिर उसमें से देनदारियां घटाई जाती हैं।
Example:
कुल Assets = ₹50 करोड़
कुल Liabilities = ₹5 करोड़
कुल Units = 4.5 करोड़
NAV = (50 – 5) ÷ 4.5 = ₹10 प्रति यूनिट
इसका मतलब है कि इस Mutual Fund की एक यूनिट की कीमत ₹10 है।
NAV का महत्व
यह Mutual Fund की वास्तविक वैल्यू बताता है।
किसी निवेशक के निवेश की कुल वैल्यू निकालने में मदद करता है।
निवेशक अपने returns और performance को NAV के ज़रिए समझ सकते हैं।
Market Price और NAV का अंतर
Shares की कीमत demand और supply पर निर्भर करती है।
Mutual Fund NAV केवल उसके Assets और Liabilities पर आधारित होता है।
Market price दिनभर बदलती है, जबकि NAV सिर्फ दिन के अंत में calculate होता है।
NAV को प्रभावित करने वाले कारक
शेयर बाज़ार और बॉन्ड की कीमतें
Dividends और Payouts
Fund management fees और expenses
नए निवेशकों की Entry या Exit
NAV से जुड़े भ्रम
Myth 1: High NAV का मतलब Mutual Fund महंगा है → गलत धारणा।
Myth 2: Low NAV वाला Mutual Fund बेहतर होता है → गलत धारणा।
असल मायने में Fund का Return और Performance महत्वपूर्ण है, न कि सिर्फ NAV।
Real Life Example
मान लीजिए आपने 100 यूनिट्स खरीदीं और उस समय NAV ₹20 था।
आपकी कुल निवेश राशि = 100 × 20 = ₹2000
कुछ समय बाद NAV बढ़कर ₹25 हो गया।
आपकी वैल्यू = 100 × 25 = ₹2500
यानी आपको ₹500 का लाभ हुआ।
ChalakInvestor की सलाह
Mutual Fund में निवेश करने से पहले सिर्फ NAV पर न जाएं। हमेशा Fund के पिछले प्रदर्शन, Risk Factor, Expense Ratio और Fund Manager की strategy को देखें। सही जानकारी लेकर निवेश करना ही लंबे समय में बेहतर returns दिलाता है।
FAQs: NAV (Net Asset Value) क्या है
Q1. NAV (Net Asset Value) क्या है और Mutual Fund में इसका क्या महत्व है?
NAV किसी Mutual Fund की प्रति यूनिट कीमत है। यह बताता है कि आपका निवेश कितनी वैल्यू का है और फंड की असली कीमत क्या है।
Q2. NAV (Net Asset Value) कैसे calculate होता है?
NAV = (Total Assets – Total Liabilities) ÷ Total Units के फॉर्मूले से calculate किया जाता है। इसकी गणना रोज़ाना बाजार बंद होने के बाद होती है।
Q3. क्या High NAV का मतलब है कि Mutual Fund बेहतर है?
नहीं, Mutual Fund की quality NAV से तय नहीं होती। असली मायने में फंड का performance, returns और risk profile ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं।
Q4. NAV और Market Price में क्या अंतर है?
Market Price demand और supply पर निर्भर करती है, जबकि NAV Mutual Fund की assets और liabilities पर आधारित होता है और दिन में सिर्फ एक बार update होता है।
Q5. Mutual Fund चुनते समय NAV देखना ज़रूरी है या returns?
Mutual Fund चुनते समय सिर्फ NAV नहीं बल्कि past returns, fund performance, expense ratio और risk factors भी देखना ज़रूरी है।
निष्कर्ष
अब आप समझ गए होंगे कि NAV (Net Asset Value) क्या है, यह कैसे calculate होता है और Mutual Fund में इसका महत्व क्यों है। ध्यान रहे, सिर्फ NAV देखकर निवेश का फैसला न लें। Mutual Fund चुनते समय Fund performance, returns और risk profile को भी ज़रूर देखें।