• info@chalakinvestor.com
Follow Us
Image Not Found

  • Home
  • News
  • चीन ने Gold Tax छूट खत्म की: भारत समेत पूरी दुनिया के गोल्ड मार्केट पर पड़ेगा असर!
China ends gold tax exemption from November 2025 affecting global gold and jewelry prices

चीन ने Gold Tax छूट खत्म की: भारत समेत पूरी दुनिया के गोल्ड मार्केट पर पड़ेगा असर!

1 नवंबर 2025 से चीन ने एक ऐतिहासिक आर्थिक फैसला लिया है। बीजिंग सरकार ने Gold Tax Exemption यानी सोने पर मिलने वाली टैक्स छूट को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। यह कदम न केवल चीन बल्कि भारत समेत पूरी दुनिया के सोने के बाजार को प्रभावित कर सकता है।

चीन का नया गोल्ड टैक्स नियम क्या है?

पहले तक चीन में Shanghai Gold Exchange से खरीदे गए सोने की बिक्री पर VAT में छूट मिलती थी। चाहे वह सोना ज्वेलरी के रूप में बेचा जाए या प्रोसेसिंग के बाद, दोनों स्थितियों में टैक्स में राहत मिलती थी। लेकिन अब स्थिति बदल गई है।

नए नियम के मुताबिक:

  • Shanghai Gold Exchange से खरीदे गए सोने पर अब कोई VAT छूट नहीं

  • ज्वेलरी और प्रोसेस्ड गोल्ड दोनों पर पूरा टैक्स लागू

  • सोने की अंतिम कीमत में वृद्धि का अनुमान

चीन ने यह फैसला क्यों लिया?

हाल के वर्षों में चीन की अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है:

  • रियल एस्टेट सेक्टर में गिरावट

  • निवेश की कमी

  • कमजोर उपभोक्ता खर्च

  • बढ़ता वित्तीय घाटा

इन चुनौतियों से निपटने के लिए चीन सरकार राजस्व बढ़ाने पर focus कर रही है। Gold Tax छूट खत्म करने से सरकार को अतिरिक्त आय मिलेगी और वित्तीय स्थिरता में मदद मिलेगी।

भारत और वैश्विक गोल्ड मार्केट पर प्रभाव

भारत पर असर

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड उपभोक्ता देश है। चीन के इस फैसले का भारत पर कई तरह से असर पड़ सकता है:

  1. आयात महंगा होना – गोल्ड इम्पोर्ट की लागत बढ़ेगी

  2. ज्वेलरी की कीमतों में वृद्धि – ग्राहकों को अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी

  3. निवेश पर असर – गोल्ड ETF और डिजिटल गोल्ड में उतार-चढ़ाव

वैश्विक बाजार पर असर

चीन दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड उपभोक्ता देश है। ऐसे में उसके यहां टैक्स बढ़ने का असर पूरी दुनिया पर पड़ता है:

  • अंतरराष्ट्रीय कीमतों में अस्थायी गिरावट

  • मांग में कमी का दबाव

  • लंबी अवधि में कीमतों में स्थिरता

वर्तमान गोल्ड प्राइस और मार्केट ट्रेंड

मौजूदा बाजार हालात निम्नलिखित हैं:

मैट्रिकवर्तमान कीमतपरिवर्तन
गोल्ड (प्रति औंस)$4,013.40▼ $25
सिल्वर (प्रति औंस)$48.250▼ $0.480

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में फिर से वृद्धि हो सकती है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार अगले एक वर्ष में गोल्ड $5,000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है।

निवेशकों के लिए सलाह

इस उतार-चढ़ाव भरे माहौल में निवेशकों को क्या करना चाहिए?

क्या करें:

  • घबराकर सोना बेचने की गलती न करें

  • Gold ETF या डिजिटल गोल्ड में धीरे-धीरे निवेश बढ़ाएं

  • कीमत $3,900 से नीचे आने पर खरीदारी के अवसर तलाशें

  • लंबी अवधि के निवेश पर फोकस करें

क्या न करें:

  • जल्दबाजी में निर्णय न लें

  • अफवाहों पर ध्यान न दें

  • शॉर्ट-टर्म फ्लक्चुएशन से घबराएं नहीं

विशेषज्ञों की राय

मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि:

“चीन का यह कदम वैश्विक गोल्ड मार्केट में थोड़ी अस्थिरता ला सकता है, लेकिन यह अस्थिरता लंबे समय तक नहीं रहेगी। सेंट्रल बैंकों की खरीद, अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती और भू-राजनीतिक जोखिम जैसे कारण सोने की मांग को मजबूत बनाए रखेंगे।”

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1: क्या इस फैसले से भारत में सोना महंगा होगा?

हां, अप्रत्यक्ष रूप से सोना महंगा हो सकता है। गोल्ड इम्पोर्ट की लागत बढ़ेगी, जिससे ज्वेलरी की कीमतें बढ़ सकती हैं।

Q2: क्या अभी सोने में निवेश करना सही है?

हां, लंबी अवधि के निवेशकों के लिए गोल्ड हमेशा एक सुरक्षित एसेट रहा है। कीमतों में गिरावट आने पर धीरे-धीरे निवेश करना सही रहेगा।

Q3: आने वाले समय में गोल्ड की कीमत कितनी बढ़ सकती है?

कई विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2026 तक सोना $5,000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है।

निष्कर्ष

चीन द्वारा Gold Tax छूट खत्म करना एक बड़ा आर्थिक निर्णय है। इससे अल्पकाल में बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा, लेकिन सोना अब भी निवेशकों के लिए सुरक्षित एसेट बना हुआ है।

निवेशकों को जल्दबाजी में निर्णय लेने के बजाय लंबी अवधि की सोच अपनानी चाहिए। गोल्ड हमेशा की तरह अनिश्चितता के समय में सुरक्षित बंदरगाह की भूमिका निभाता रहेगा।

ये भी पढ़ें:
Position Sizing कैसे करें?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join WhatsApp
News Gallery
Inox Clean Energy IPO: भारत का सबसे बड़ा क्लीन एनर्जी इश्यू ₹6000 करोड़ का हो सकता है
News vs Chart तुलना
Capital Expenditure का उदाहरण हिंदी में
Gajendra Kothari SIP Story – कैसे बनी 10,000 की SIP से 40 लाख मंथली SIP
बिना डिग्री के करियर, भारत में Skill Based Jobs, स्किल्स से नौकरी के अवसर
Paper Trading सीखने का सही तरीका
Price to Sales Ratio क्या है और यह stock valuation में कैसे मदद करता है
इंट्राडे और डिलीवरी में फर्क
Scroll to Top