HDFC bank bonus share: भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने अपने शेयरधारकों के लिए बड़ा ऐलान किया है। बैंक ने 1 पर 1 बोनस शेयर (1:1 bonus issue) देने का फैसला किया है। इसका मतलब यह है कि यदि किसी निवेशक के पास 100 शेयर हैं, तो बोनस के बाद उसके पास 200 शेयर हो जाएंगे।
कंपनी ने इस बोनस इश्यू के लिए 27 अगस्त 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की है। यानी इस दिन तक जिन निवेशकों का नाम कंपनी के रिकॉर्ड बुक में दर्ज होगा, वे बोनस शेयर के हकदार होंगे।
बोनस शेयर क्या होते हैं और निवेशकों को कैसे फायदा होता है?
बोनस शेयर किसी कंपनी द्वारा अपने मुनाफे से निवेशकों को रिवार्ड देने का तरीका है। इसके तहत:
निवेशकों के पास मौजूद शेयरों की संख्या बढ़ जाती है।
शेयर की कीमत बोनस इश्यू के बाद एडजस्ट हो जाती है।
कंपनी की मार्केट कैप में बड़ा बदलाव नहीं होता, लेकिन छोटे निवेशकों के लिए लिक्विडिटी (Liquidity) बढ़ जाती है।
उदाहरण के लिए, अगर HDFC Bank का शेयर 2000 रुपये पर है और 1:1 बोनस दिया गया है, तो रिकॉर्ड डेट के बाद इसकी कीमत लगभग आधी (1000 रुपये के आसपास) हो जाएगी। हालांकि, निवेशकों के पास शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाएगी।
हाल ही में दिया गया डिविडेंड
HDFC Bank अपने निवेशकों को लगातार फायदा पहुंचाने के लिए जाना जाता है।
हाल ही में कंपनी ने प्रति शेयर 5 रुपये का स्पेशल डिविडेंड दिया था।
डिविडेंड के बाद अब बोनस शेयर का ऐलान निवेशकों के लिए और आकर्षक अवसर लेकर आया है।
शेयर प्राइस पर क्या होगा असर?
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि बोनस इश्यू के बाद HDFC Bank के शेयरों में अस्थाई उतार-चढ़ाव आ सकता है।
शुक्रवार को बीएसई पर यह शेयर 1.28% गिरकर 1964.75 रुपये पर बंद हुआ।
बीते एक साल में इस शेयर ने 20% से अधिक का रिटर्न दिया है।
कंपनी का 52-वीक हाई 2036.30 रुपये और 52-वीक लो 1613.40 रुपये रहा है।
बैंक का मार्केट कैपिटलाइजेशन 15,08,346.39 करोड़ रुपये है।
ब्रोकरेज हाउस की राय
ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी के टेक्निकल रिसर्च के सीनियर मैनेजर गणेश डोंगरे का कहना है:
“HDFC Bank के शेयर ने 1850 रुपये का अहम रेजिस्टेंस लेवल पार कर लिया है। यह एक मजबूत संकेत है कि स्टॉक तेजी की ओर बढ़ रहा है। शॉर्ट टर्म में यह स्टॉक 2050–2100 रुपये तक जा सकता है। हालांकि, निवेशकों को 1850 रुपये का स्टॉप लॉस जरूर रखना चाहिए।”
निवेशकों के लिए HDFC Bank क्यों है आकर्षक?
सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक: भारत में बैंकिंग सेक्टर का मजबूत खिलाड़ी।
कंटिन्यूअस ग्रोथ: बैलेंस शीट और प्रॉफिट में लगातार सुधार।
डिविडेंड और बोनस: निवेशकों को लगातार रिटर्न देने की पॉलिसी।
स्ट्रॉन्ग मैनेजमेंट: मार्केट में भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू।
शॉर्ट टर्म बनाम लॉन्ग टर्म निवेश रणनीति
शॉर्ट टर्म निवेशक: बोनस शेयर की वजह से शेयर में वोलैटिलिटी बढ़ सकती है। सही रणनीति के साथ ट्रेडिंग करने पर अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
लॉन्ग टर्म निवेशक: HDFC Bank जैसे ब्लू-चिप स्टॉक्स लंबे समय में स्थिर और आकर्षक रिटर्न देते हैं। बोनस शेयर मिलने से पोर्टफोलियो और मजबूत होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: HDFC bank bonus share का फायदा क्या है?
निवेशकों को अतिरिक्त शेयर मिलते हैं जिससे लिक्विडिटी बढ़ती है और छोटे निवेशकों के लिए एंट्री आसान हो जाती है।
Q2: बोनस शेयर मिलने से शेयर की कीमत क्यों घटती है?
क्योंकि शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाती है, इसलिए कंपनी का वैल्यूएशन एडजस्ट होता है।
Q3: क्या बोनस शेयर मिलने के बाद निवेशक को टैक्स देना पड़ता है?
बोनस शेयर पर सीधे टैक्स नहीं लगता, लेकिन बेचते समय कैपिटल गेन टैक्स लागू होता है।
ChalakInvestor की सलाह
HDFC Bank का 1:1 बोनस इश्यू निवेशकों के लिए भरोसे का संकेत है। यह बैंक पहले से ही मजबूत फाइनेंशियल्स और भरोसेमंद ब्रांड वैल्यू रखता है। शॉर्ट टर्म में शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में यह ब्लू-चिप स्टॉक पोर्टफोलियो को मजबूती देगा।
अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं तो यह स्टॉक आपके पोर्टफोलियो के लिए उपयुक्त है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को तकनीकी स्तरों (1850 स्टॉप लॉस और 2100 टारगेट) पर ध्यान देना चाहिए।
निवेश से पहले अपनी जोखिम क्षमता (Risk Appetite) और वित्तीय सलाहकार की राय को जरूर ध्यान में रखें।




















