हर साल टैक्स भरते समय हम सोचते हैं — “कैसे बचाएं?” लेकिन एक चालाक निवेशक सिर्फ टैक्स नहीं बचाता, वह अपने पैसे को बढ़ाने की भी योजना बनाता है। अगर आप भी टैक्स छूट के साथ बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है।
ELSS क्या होता है?
ELSS (Equity Linked Savings Scheme) एक खास तरह का म्यूचुअल फंड है। यह पैसे को शेयर बाजार में निवेश करता है और आपको ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट देता है (धारा 80C के तहत)। ELSS की सबसे बड़ी खासियत है — सिर्फ 3 साल की लॉक-इन अवधि।
जहां PPF, FD जैसे विकल्प 5 से 15 साल तक बंद रहते हैं, वहीं ELSS में पैसे सिर्फ तीन साल के लिए लॉक होते हैं।
ELSS से क्या फायदे होते हैं?
टैक्स छूट: सालाना ₹1.5 लाख तक की बचत
बेहतर रिटर्न: शेयर बाजार से जुड़ा होने के कारण
कम समय में अनलॉक: सिर्फ 3 साल की अवधि
SIP सुविधा: हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश कर सकते हैं
नतीजा: टैक्स भी बचेगा और पैसा भी बढ़ेगा।
ELSS के अलावा और कौन से फंड टैक्स में मदद करते हैं?
1. Debt Funds (3 साल से अधिक):
इनमें निवेश रखने पर आपको indexation benefit मिलता है, जिससे कैपिटल गेन टैक्स कम देना पड़ता है।
2. Hybrid Funds:
अगर इनमें 65% से ज़्यादा हिस्सा इक्विटी का हो, तो इन्हें भी इक्विटी जैसा टैक्स ट्रीटमेंट मिलता है।
3. Index Funds:
कम लेन-देन, कम टैक्स, और लंबे समय की स्थिरता के कारण ये भी टैक्स के नजरिए से बेहतर हो सकते हैं।
चालाक निवेशक क्या करता है?
साल की शुरुआत में ही निवेश शुरू करता है
केवल टैक्स बचाने के लिए नहीं, रिटर्न को भी ध्यान में रखता है
SIP से धीरे-धीरे निवेश करता है
अलग-अलग फंड्स के टैक्स नियम समझता है
लॉन्ग टर्म योजना बनाकर निवेश करता है
निष्कर्ष
ELSS और टैक्स सेविंग फंड्स सिर्फ टैक्स छूट का साधन नहीं हैं — ये स्मार्ट निवेश का तरीका हैं। अगर आप समझदारी से अपने पैसे को बढ़ाना चाहते हैं, तो केवल टैक्स सेविंग नहीं, बल्कि लाभदायक निवेश को भी प्राथमिकता दें।
अब आप तय करें — केवल टैक्स बचाना है, या पैसे को बढ़ाना भी?