• info@chalakinvestor.com
Follow Us
Image Not Found

  • Home
  • Learn & Grow
  • Capital Allocation कैसे करें? – आसान और प्रभावी तरीका
निवेश के लिए पूंजी आवंटन का तरीका

Capital Allocation कैसे करें? – आसान और प्रभावी तरीका

Capital Allocation क्या है?

Capital Allocation का मतलब है – अपने पैसे को अलग-अलग जगहों पर सही ढंग से बाँटना। यह निवेश या ट्रेडिंग में सबसे जरूरी रणनीति होती है। जब आप पूंजी को सोच-समझकर बाँटते हैं, तो जोखिम कम होता है और मुनाफा बढ़ने की संभावना रहती है।


यह क्यों ज़रूरी है?

सबसे पहले, सही पूंजी आवंटन आपको नुकसान से बचाता है। अगर आप सारा पैसा एक ही जगह लगाते हैं और नुकसान हो जाए, तो पूरा निवेश खत्म हो सकता है। वहीं, जब आप अपने पैसों को विभिन्न क्षेत्रों में लगाते हैं, तो जोखिम बंट जाता है। इसलिए सही Capital Allocation निवेश को संतुलित बनाता है।


Capital Allocation कैसे करें?

1. लक्ष्य स्पष्ट करें

क्या आप लॉन्ग टर्म निवेश कर रहे हैं या शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग? यह जानना जरूरी है। लक्ष्य के अनुसार Allocation की योजना बनाएं।

2. जोखिम सहने की क्षमता जानें

हर व्यक्ति की Risk Capacity अलग होती है। अगर आप शुरुआत कर रहे हैं, तो कम जोखिम लें और सुरक्षित निवेश चुनें।

3. पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई करें

सिर्फ एक एसेट क्लास पर निर्भर न रहें। शेयर, म्यूचुअल फंड, गोल्ड, फिक्स्ड डिपॉजिट और कैश – सभी में कुछ हिस्सा लगाएं।

4. ट्रेडिंग में सीमित पूंजी लगाएं

ट्रेडिंग करते समय कुल पूंजी का 1-2% ही एक ट्रेड में लगाएं। साथ ही स्टॉप लॉस और टारगेट पहले तय करें।

5. इमरजेंसी फंड बनाएं

कुछ कैश या लिक्विड फंड अलग रखें। इससे ज़रूरत के वक्त परेशानी नहीं होगी।


उदाहरण से समझें

मान लीजिए आपके पास ₹1,00,000 हैं:

  • ₹30,000 शेयरों में

  • ₹20,000 म्यूचुअल फंड

  • ₹20,000 गोल्ड

  • ₹20,000 FD

  • ₹10,000 कैश

यह एक बैलेंस्ड Capital Allocation है, जिससे जोखिम भी कम होता है और ग्रोथ भी बनी रहती है।


Chalakinvestor की सलाह

बिना योजना के निवेश करना खतरनाक होता है। इसलिए Capital Allocation हमेशा सोच-समझकर करें। जब आप पूंजी को सही जगह लगाते हैं, तब ही आप सही रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join WhatsApp
News Gallery
Penny Stock क्या होते हैं और इनकी परिभाषा आसान भाषा में
Systematic Investment Plan क्या होता है Concept in Hindi
Zerodha और Upstox जैसे Brokers की तुलना
Physical Delivery क्या होती है और इसका आसान explanation
Correlation का परिचय
Swing Trading और Positional Trading में क्या अंतर है
Capital Budgeting क्या है और इसका investment decisions में मतलब
ट्रेडिंग टाइम्स और मार्केट हॉलीडे कैलेंडर
Scroll to Top