31 जुलाई की सुबह जब मार्केट खुला, सिर्फ 10 सेकंड में निवेशकों की दौलत से ₹4.42 लाख करोड़ साफ हो गए।
Sensex-Nifty Crashed ट्रेंड करने लगा और हर कोई जानना चाहता है – क्या हुआ?
वजह – अमेरिका का टैरिफ धमाका
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के एक्सपोर्टेड सामान पर 25% टैरिफ और पेनल्टी लगाने की बात कही।
यह नियम 1 अगस्त से लागू होगा। भले ही दरें साफ नहीं हुईं, लेकिन असर सीधा मार्केट पर पड़ा।
Market Opening: लाल निशान में हर सेक्टर
Sensex गिरा 570 अंक, अब 80,911 पर
Nifty 50 टूटा 173 अंक, अब 24,681 पर
मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भारी बिकवाली
सभी सेक्टोरल इंडेक्स रेड में
निवेशकों का नुकसान – आंकड़े चौंकाने वाले
30 जुलाई को BSE का मार्केट कैप: ₹4,52,29,316 करोड़
31 जुलाई को खुलते ही घटकर हुआ: ₹4,47,86,456 करोड़
कुल गिरावट: ₹4,42,860 करोड़
कौन से शेयर बचे, कौन गिरे?
सिर्फ 5 Sensex stocks ग्रीन जोन में — जैसे PowerGrid, Tata Steel
सबसे बड़ी गिरावट Airtel, Infosys, Reliance में
1823 शेयरों में गिरावट
34 स्टॉक्स अपने 52-week low पर
आज का ट्रिगर – Derivative Expiry भी बनी वजह
Nifty के कई डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की आज एक्सपायरी थी।
ट्रंप के टैरिफ ने पहले से तनाव में चल रहे बाजार को और डstabilize कर दिया।
💡 Chalak Investor की सलाह
“Sensex-Nifty Crashed” जैसी गिरावट लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए डर नहीं, मौका हो सकती है।
फंडामेंटली मजबूत स्टॉक्स में गिरावट आने पर SIP या phased buying करें।
लेकिन, बिना रिसर्च के सिर्फ गिरावट देखकर पैसा न लगाएं।
Market में हर मूवमेंट के पीछे एक कारण होता है – और समझदारी है उस कारण को समझकर फैसला लेना।