विदेशी शेयरों से शानदार कमाई, लेकिन SEBI और RBI की लिमिट ने बढ़ाई परेशानी
पिछले कुछ महीनों में विदेशी म्यूचुअल फंड स्कीमों ने भारतीय निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिए हैं। अमेरिका, चीन और अन्य वैश्विक बाजारों में तेजी ने अच्छे लाभ का मौका दिया है। लेकिन समस्या ये है कि कई इंटरनेशनल फंड्स में नए निवेशकों के लिए दरवाजे फिलहाल बंद हैं — वजह है SEBI और RBI की सीमाएं।
क्यों रुके विदेशी फंड्स में नए निवेश?
2022 की शुरुआत में SEBI ने विदेशी म्यूचुअल फंड स्कीमों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी। इसका कारण था:
RBI की तय लिमिट: पूरी इंडस्ट्री के लिए विदेशी निवेश की सीमा $7 बिलियन तय की गई थी।
AMC लिमिट: हर म्यूचुअल फंड कंपनी को अधिकतम $1 बिलियन तक ही निवेश की अनुमति दी गई थी।
ETF लिमिट: विदेशी ETF में भी यही सीमा लागू रही।
इसके बाद कुछ फंड्स को सीमित निवेश की छूट दी गई, लेकिन नई स्कीमें शुरू करने पर रोक जारी रही। परिणामस्वरूप, आज बहुत कम इंटरनेशनल स्कीमें ही नए निवेश के लिए खुली हैं।
किन फंड्स ने दिए सबसे बेहतरीन रिटर्न?
हालिया प्रदर्शन के आधार पर कुछ इंटरनेशनल फंड्स ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं:
फंड का नाम | 1 साल में रिटर्न (%) |
---|---|
Mirae Asset Hang Seng TECH ETF FoF | 57.8% |
Mirae Asset NYSE FANG+ ETF FoF | 50.7% |
Mirae Asset Hang Seng TECH ETF | 49.0% |
Nippon India ETF Hang Seng BeES | 42.5% |
Mirae Asset S&P 500 Top 50 ETF FoF | 35.2% |
ध्यान दें: इनमें से अधिकतर फंड्स फिलहाल नए निवेश के लिए बंद हैं। हालांकि, जो ETF एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं, उनमें आप ट्रेडिंग के माध्यम से निवेश कर सकते हैं।
कौन-से फंड्स हैं अभी निवेश के लिए खुले?
करीब 70 इंटरनेशनल स्कीमों में से केवल 26 ही फिलहाल नए निवेश के लिए उपलब्ध हैं। SIP और लंपसम दोनों विकल्पों से निवेश संभव है, लेकिन हर फंड हाउस ने कुछ सीमाएं तय कर रखी हैं:
Edelweiss Mutual Fund: सभी इंटरनेशनल स्कीमें चालू हैं, लेकिन ₹10 लाख प्रति PAN प्रति दिन की लिमिट लागू है।
Baroda BNP Paribas Aqua FoF: सिर्फ लंपसम निवेश की इजाजत है, SIP फिलहाल बंद है। प्रति दिन ₹5 लाख की अधिकतम सीमा।
क्या इंडस्ट्री लिमिट बढ़ाने की मांग कर रही है?
हां, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री लगातार SEBI और RBI से मांग कर रही है कि विदेशी निवेश की सीमा को बढ़ाया जाए।
जून 2025 तक, भारतीय म्यूचुअल फंड्स ने विदेशी इक्विटी में ₹58,000 करोड़ से ज़्यादा का निवेश किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि लिमिट बढ़ने से निवेशकों को बेहतर डाइवर्सिफिकेशन और लॉन्ग टर्म में मुनाफा कमाने के अधिक मौके मिलेंगे।
ChalakInvestor की सलाह
अगर आप इंटरनेशनल मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो:
खुले फंड्स की लिस्ट जरूर चेक करें।
ETF स्कीमों में ट्रेडिंग के जरिए निवेश का ऑप्शन अभी भी मौजूद है।
SIP और लंपसम दोनों में निवेश संभव है लेकिन सीमाओं का ध्यान रखें।
उम्मीद है SEBI और RBI भविष्य में विदेशी निवेश पर लगी सीमाएं हटाएंगे, ताकि आम निवेशक भी ग्लोबल ग्रोथ का फायदा उठा सकें।