जब भी हम Stock Market में Futures और Options (F&O) की बात करते हैं, तो एक शब्द बहुत सुनने को मिलता है – Open Interest (OI)। कई नए Traders इसे समझ नहीं पाते और सिर्फ Price और Volume देखकर Trade करते हैं। लेकिन Open Interest से Market का असली हाल पता चलता है।
तो आइए जानें कि Open Interest क्या होता है और यह कैसे काम करता है।
परिभाषा Open Interest की
ओपन इंटरेस्ट क्या होता है?
Open Interest का मतलब है कि Market में कितने Contracts अभी तक Close नहीं हुए हैं और Active (चल रहे) हैं।
आसान शब्दों में, यह बताता है कि Futures और Options Market में कितने Buyers और Sellers की Position अभी भी बनी हुई है।
Open Interest कैसे बदलता है?
अगर नया Buyer और नया Seller मिलकर नया Contract करते हैं → OI बढ़ जाता है।
अगर Buyer और Seller दोनों अपनी Position खत्म कर देते हैं → OI घट जाता है।
अगर एक Buyer Exit करता है और दूसरा नया Buyer Enter करता है → OI वही का वही रहता है।
Volume और Open Interest में फर्क
आधार | Open Interest | Volume |
---|---|---|
मतलब | Market में बचे हुए Contracts | एक दिन में बने Contracts |
अवधि | Total Active Contracts | केवल उसी दिन का Data |
काम | Trend और Liquidity बताता है | Market Activity बताता है |
उदाहरण:
अगर किसी दिन 200 नए Contracts बने और 50 Contracts खत्म हो गए, तो OI = 150 (Outstanding Contracts) और Volume = 200 (उस दिन के Contracts)।
Open Interest से Trend कैसे समझें?
Price ↑ और OI ↑ → Strong Uptrend
मतलब Buyer Strong हैं और Market ऊपर जा रहा है।Price ↓ और OI ↑ → Strong Downtrend
मतलब Seller Strong हैं और Market नीचे जा रहा है।Price ↑ और OI ↓ → Short Covering
मतलब पुराने Sellers Exit कर रहे हैं, इसलिए Price ऊपर जा रहा है।Price ↓ और OI ↓ → Long Unwinding
मतलब Buyers Exit कर रहे हैं, इसलिए Price नीचे आ रहा है।
महत्व Open Interest का
Market की असली Demand और Supply दिखाता है।
Trend Strong है या Weak, यह पता चलता है।
Liquidity का अंदाज़ा मिलता है।
Traders को सही Entry और Exit का Idea देता है।
फायदे Open Interest के
Market की असली ताकत समझने में मदद करता है।
Volume और Price के साथ मिलकर Clear Signal देता है।
Intraday और Short-Term Trading के लिए बहुत काम का Data है।
Risk Management में सहायक है।
Open Interest की सीमाएँ
सिर्फ OI देखकर Trade करना Risky है।
इसे हमेशा Price और Volume के साथ देखना चाहिए।
हर Contract में Liquidity बराबर नहीं होती।
नए Traders अक्सर OI को गलत समझ लेते हैं।
Open Interest से Trading Strategies
Price और OI दोनों बढ़ रहे हों → Market Strong Uptrend में है।
Price और OI दोनों घट रहे हों → Market Weak हो रहा है।
Intraday में OI देखकर Support और Resistance Levels समझे जा सकते हैं।
Options Trading में OI Data Strike Price चुनने में मदद करता है।
Chalakinvestor की सलाह
अगर आप Futures और Options में Trade करते हैं, तो Open Interest जरूर देखें।
सिर्फ OI देखकर Trade न करें, Price और Volume को भी देखें।
Beginners छोटे-छोटे Trades से शुरुआत करें।
Long-Term Investment करने वालों के लिए OI उतना जरूरी नहीं है, यह Short-Term Trading के लिए ज्यादा काम आता है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. Open Interest क्या होता है?
Ans: यह Futures और Options Market में Outstanding Contracts की संख्या होती है।
Q2. Open Interest और Volume में क्या फर्क है?
Ans: OI बताता है कि Market में कितने Contracts बचे हैं, जबकि Volume बताता है कि उस दिन कितने Contracts बने।
Q3. क्या Open Interest से Trend समझ सकते हैं?
Ans: हाँ, Price और OI दोनों को मिलाकर Trend Strong या Weak समझा जा सकता है।
Q4. क्या Long-Term Investors को OI देखना चाहिए?
Ans: नहीं, यह मुख्य रूप से Short-Term और Derivatives Traders के लिए जरूरी है।
Q5. क्या Open Interest हमेशा बढ़ना अच्छा है?
Ans: नहीं, अगर Price गिर रहा है और OI बढ़ रहा है तो इसका मतलब Downtrend है।
निष्कर्ष
अब आप समझ गए होंगे कि Open Interest क्या होता है। यह एक Important Indicator है जो बताता है कि Futures और Options Market में कितने Contracts Active हैं। इससे Market की Liquidity और Trend को समझा जा सकता है। लेकिन इसे हमेशा Price और Volume के साथ मिलाकर Analyze करना चाहिए।