• info@chalakinvestor.com
Follow Us
Image Not Found

  • Home
  • News
  • Sugar Stocks: शुगर कंपनियों के शेयरों में तेजी, सरकार ने एथेनॉल उत्पादन पर लगी रोक हटाई
Sugar Stocks rally after ethanol ban lifted in India

Sugar Stocks: शुगर कंपनियों के शेयरों में तेजी, सरकार ने एथेनॉल उत्पादन पर लगी रोक हटाई

भारतीय शेयर बाजार में आज 2 सितंबर को शुगर कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान इन कंपनियों के शेयर 12% तक चढ़ गए। इस तेजी के पीछे सरकार का हालिया बड़ा फैसला है। केंद्र सरकार ने गन्ने के रस, चीनी सिरप और शीरे से एथेनॉल उत्पादन पर लगी रोक को हटा दिया है। यह राहत निवेशकों और कंपनियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।


सरकार का बड़ा फैसला

कंज्यूमर्स अफेयर्स, फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन मिनिस्ट्री (DFPD) ने घोषणा की कि एथेनॉल उत्पादन पर लगी पाबंदियों को हटा दिया गया है। अब शुगर मिलें और डिस्टिलरी गन्ने के रस, चीनी सिरप और विभिन्न प्रकार के शीरे से एथेनॉल का उत्पादन कर पाएंगी।

यह फैसला एथेनॉल सप्लाई ईयर 2025-26, जो 1 नवंबर से शुरू होगा, से लागू होगा। सरकार ने साफ किया है कि आगे भी शुगर डायवर्जन की समय-समय पर समीक्षा होती रहेगी ताकि घरेलू बाजार में पर्याप्त मात्रा में चीनी उपलब्ध रहे।


पहले की स्थिति

पिछले मार्केटिंग ईयर में सरकार ने एथेनॉल उत्पादन पर रोक लगाई थी। कारण यह बताया गया था कि गन्ने की सप्लाई कम है और घरेलू खपत के लिए पर्याप्त चीनी उपलब्ध कराना प्राथमिकता है।

हालांकि, पिछले दो साल में मानसून सीजन अच्छा रहा और पर्याप्त बारिश ने किसानों को गन्ने की खेती का रकबा बढ़ाने में मदद की। नतीजा यह हुआ कि उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना मजबूत हुई है। इसी उम्मीद के आधार पर सरकार ने एथेनॉल उत्पादन की पाबंदी हटाई है।


शेयर बाजार की प्रतिक्रिया

सरकार के इस फैसले का असर तुरंत ही शेयर बाजार में दिखाई दिया। शुगर कंपनियों के शेयरों में बड़ी तेजी आई।

  • बलरामपुर चीनी मिल्स – 7% से ज्यादा की तेजी, भाव ₹580 के पार

  • श्री रेणुका शुगर्स – 12% से अधिक की छलांग, भाव ₹32.28 तक पहुंचा

  • बजाज हिंदुस्तान शुगर और गोदावरी बायोरेफाइनरीज – 8% तक की तेजी

  • उत्तम शुगर मिल्स – 12% से ज्यादा का उछाल

  • धामपुर शुगर मिल्स और मगध शुगर एंड एनर्जी – करीब 10% की मजबूती

  • त्रिवेणी इंजीनियरिंग – लगभग 4.5% की बढ़त

  • द्वारिकेश शुगर और अन्य कंपनियां – करीब 4% ऊपर कारोबार करती नजर आईं

इस तेजी ने यह साफ कर दिया कि निवेशक शुगर सेक्टर की भविष्य की संभावनाओं को लेकर बेहद उत्साहित हैं।


सुप्रीम कोर्ट का फैसला और एथेनॉल ब्लेंडिंग

शुगर सेक्टर के लिए राहतभरी खबर केवल सरकार के फैसले तक सीमित नहीं रही। सुप्रीम कोर्ट ने भी एक महत्वपूर्ण आदेश दिया। कोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें देशभर में 20% एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (EBP-20) लागू करने पर सवाल उठाया गया था।

याचिकाकर्ता का कहना था कि अप्रैल 2023 से पहले बने वाहन 20% एथेनॉल मिक्स वाले पेट्रोल के अनुकूल नहीं हैं। यहां तक कि कई नए BS-VI वाहन भी इस फ्यूल को पूरी तरह से सपोर्ट नहीं करते।

लेकिन अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी ने दलील दी कि इस नीति को लागू करने से पहले सभी पहलुओं की जांच की गई थी। यह किसानों को लाभ पहुंचाएगी और देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बचाने में मदद करेगी। साथ ही, भारत को ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में मजबूत बनाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार की दलीलों को स्वीकार किया और EBP-20 को बरकरार रखा।


भविष्य की संभावनाएं

सरकार के इस कदम से शुगर उद्योग और किसानों दोनों के लिए नए अवसर खुल रहे हैं।

  1. किसानों को फायदा – गन्ने की फसल की मांग बढ़ेगी और किसानों को बेहतर दाम मिलेगा।

  2. कंपनियों की ग्रोथ – एथेनॉल से शुगर कंपनियों को एक अतिरिक्त राजस्व स्रोत मिलेगा।

  3. ऊर्जा सुरक्षा – पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण से भारत की क्रूड ऑयल पर निर्भरता कम होगी।

  4. पर्यावरण लाभ – एथेनॉल ग्रीन फ्यूल है, इससे कार्बन उत्सर्जन घटेगा।

  5. निवेशकों के लिए अवसर – लगातार मजबूत हो रही नीतिगत सपोर्ट और बढ़ते उत्पादन की वजह से शुगर सेक्टर में लंबी अवधि की संभावनाएं काफी बेहतर दिख रही हैं।


ChalakInvestor की सलाह

निवेशकों को शुगर सेक्टर पर गहरी नजर रखनी चाहिए। हालिया तेजी शॉर्ट-टर्म में जरूर आकर्षक लग सकती है, लेकिन दीर्घकालिक निवेशक इसके मूलभूत पहलुओं पर ध्यान दें।

  • शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए – वोलैटिलिटी बनी रह सकती है, इसलिए सावधानी जरूरी है।

  • लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए – सरकार की एथेनॉल नीति, किसानों को मिलने वाला सपोर्ट और बढ़ती डिमांड सेक्टर को मजबूत बना रही है।

  • निवेश करते समय कंपनियों की फंडामेंटल स्ट्रेंथ, डेब्ट लेवल और प्रोडक्शन क्षमता को ध्यान में रखें।


FAQs

1. Sugar Stocks क्यों चढ़े?
सरकार ने एथेनॉल उत्पादन पर लगी रोक हटा दी है, जिससे कंपनियों की आय बढ़ने की संभावना है।

2. एथेनॉल उत्पादन पर रोक क्यों लगी थी?
गन्ने की सप्लाई कम होने और घरेलू चीनी उपलब्ध कराने की प्राथमिकता के कारण।

3. अब एथेनॉल किस स्रोत से बनाया जा सकता है?
गन्ने का रस, चीनी सिरप और सभी प्रकार के शीरे से।

4. एथेनॉल ब्लेंडिंग पॉलिसी (EBP-20) क्या है?
इस पॉलिसी के तहत पेट्रोल में 20% एथेनॉल मिलाया जाएगा।

5. सुप्रीम कोर्ट का क्या फैसला आया?
सुप्रीम कोर्ट ने एथेनॉल ब्लेंडिंग (EBP-20) पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी।

6. किन कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी आई?
श्री रेणुका शुगर्स और उत्तम शुगर मिल्स के शेयरों में 12% से अधिक की तेजी।

7. किसानों को इससे क्या फायदा होगा?
गन्ने की मांग बढ़ेगी और उन्हें बेहतर मूल्य मिलेगा।

8. निवेशकों को अभी Sugar Stocks में निवेश करना चाहिए?
शॉर्ट टर्म में वोलैटिलिटी रहेगी, लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए अवसर अच्छे हैं।

9. क्या यह तेजी लंबे समय तक बनी रह सकती है?
यह सरकार की नीति, मानसून और ग्लोबल मार्केट पर निर्भर करेगा।

10. सरकार की एथेनॉल पॉलिसी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा?
यह नीति ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाएगी, विदेशी मुद्रा की बचत करेगी और किसानों की आय को स्थिर बनाएगी।


निष्कर्ष

सरकार का एथेनॉल उत्पादन पर लगी रोक हटाने का फैसला शुगर कंपनियों और किसानों दोनों के लिए बड़ी राहत है। इस कदम से न केवल किसानों को गन्ने की बेहतर कीमत मिलेगी, बल्कि कंपनियों को भी एथेनॉल से अतिरिक्त आय का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही, सुप्रीम कोर्ट द्वारा EBP-20 को मंजूरी मिलने से भारत की ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को मजबूती मिलेगी।

शेयर बाजार में आई हालिया तेजी इस बात का संकेत है कि निवेशक इस फैसले को लेकर बेहद सकारात्मक हैं। हालांकि निवेशकों के लिए जरूरी है कि वे शॉर्ट टर्म वोलैटिलिटी को ध्यान में रखते हुए लंबी अवधि की संभावनाओं पर फोकस करें। सरकार की नीतियों और गन्ने की फसल में बढ़ोतरी से शुगर सेक्टर के लिए आने वाले साल बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।

Disclaimer

यह आर्टिकल केवल शैक्षिक और जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें बताए गए शेयरों में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें। शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join WhatsApp
News Gallery
Market Cap kya hai, Market Capitalization in Hindi, Market Cap meaning, Large Cap, Mid Cap, Small Cap companies
Bracket Order क्या है Concept in Hindi
Demat Account क्या है हिंदी में पूरी जानकारी
भारत में Tesla की एंट्री: मुंबई में पहला शोरूम खुला, ₹59.89 लाख से शुरू हुई Model Y की कीमत
High-Frequency Trading (HFT) का आसान explanation
Book Closure Date की जानकारी और शेयरधारकों के लिए महत्व
Income Statement का विश्लेषण
निवेशक Hybrid Fund की जानकारी पढ़ते हुए
Scroll to Top