शेयर बाजार में 21 अगस्त गुरुवार को एक बड़ी हलचल देखने को मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक, Clean Science and Technology Limited में कंपनी के Promoter Ashok Boob और Krishna Boob अपनी 24% हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में हैं। यह डील करीब ₹2,626 करोड़ की बताई जा रही है। इस बड़ी Clean Science Block Deal की खबर के बाद निवेशकों और मार्केट एक्सपर्ट्स की निगाहें इस पर टिक गई हैं।
आइए जानते हैं इस ब्लॉक डील की डिटेल, कंपनी के फाइनेंशियल्स और निवेशकों के लिए क्या रणनीति बन सकती है।
ब्लॉक डील क्या होती है?
Block Deal का मतलब है जब दो पार्टियों के बीच एक तय प्राइस पर बहुत बड़ी मात्रा में शेयरों की खरीद-बिक्री होती है। यह डील स्टॉक एक्सचेंज पर अलग से विंडो में होती है और इसमें कम से कम 5 लाख शेयर या ₹10 करोड़ से ज्यादा की वैल्यू होनी चाहिए।
कई बार कंपनियों के प्रवर्तक, बड़े निवेशक या विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) इस तरह की डील करते हैं। ब्लॉक डील्स से अक्सर शेयर की डिमांड और सप्लाई पर असर पड़ता है, जिससे शॉर्ट-टर्म में स्टॉक प्राइस में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
Clean Science Block Deal की डिटेल
CNBC-आवाज़ की रिपोर्ट के अनुसार:
हिस्सेदारी बिक्री: 24%
कुल वैल्यू: ₹2,626 करोड़
फ्लोर प्राइस: ₹1,030 प्रति शेयर
डिस्काउंट: लगभग 13% CMP से कम
ब्रोकर: JPMorgan
लॉक-इन पीरियड: 3 साल
वर्तमान में प्रोमोटर ग्रुप के पास 74.9% हिस्सेदारी है। इस ब्लॉक डील के बाद उनकी हिस्सेदारी घट जाएगी।
फ्लोर प्राइस का महत्व
इस ब्लॉक डील के लिए जो ₹1,030 का फ्लोर प्राइस तय किया गया है, वह मौजूदा बाजार भाव (₹1,181.20) से करीब 13% कम है। इसका मतलब है कि निवेशकों को शॉर्ट-टर्म में प्राइस पर दबाव देखने को मिल सकता है।
हालांकि, लंबे समय के निवेशकों के लिए यह आकर्षक एंट्री पॉइंट हो सकता है।
कंपनी के तिमाही नतीजे (Q1 FY26 Results)
Clean Science and Technology ने जून 2025 को खत्म हुई तिमाही में अच्छे नतीजे पेश किए:
Revenue (आय): ₹240 करोड़ (8% सालाना ग्रोथ)
EBITDA: ₹100 करोड़ (5% ग्रोथ)
Net Profit: 6% की बढ़त
मार्जिन: 100 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी
कंपनी का कहना है कि नए प्रोडक्ट लॉन्च और बढ़ते मार्केट शेयर की वजह से यह ग्रोथ दर्ज की गई।
Clean Science का बिजनेस मॉडल
Clean Science and Technology एक स्पेशियलिटी केमिकल्स कंपनी है। यह कंपनी ऐसे केमिकल्स बनाती है जिनका उपयोग:
फार्मा
पर्सनल केयर
एग्रीकल्चर
और अन्य मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज
में किया जाता है।
कंपनी का फोकस ग्रीन और सस्टेनेबल केमिकल मैन्युफैक्चरिंग पर है। यही वजह है कि इसे घरेलू और विदेशी बाजारों से अच्छी डिमांड मिल रही है।
शेयर बाजार में Clean Science का प्रदर्शन
ब्लॉक डील की खबर से पहले बुधवार को कंपनी का शेयर 0.70% बढ़कर ₹1,181.20 पर बंद हुआ। पिछले एक साल में स्टॉक ने उतार-चढ़ाव जरूर दिखाया है, लेकिन इसकी लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्टोरी मजबूत बनी हुई है।
1 साल में परफॉर्मेंस: करीब 12% की बढ़त
3 साल में परफॉर्मेंस: लिस्टिंग के बाद से स्टॉक ने अच्छा रिटर्न दिया है
मार्केट कैप: ₹12,000 करोड़ से ज्यादा
Clean Science Block Deal का निवेशकों पर असर
इस ब्लॉक डील का निवेशकों पर असर अलग-अलग हो सकता है:
शॉर्ट-टर्म निवेशक:
डिस्काउंट पर ब्लॉक डील होने से स्टॉक पर दबाव आ सकता है। ट्रेडर्स को वोलैटिलिटी का सामना करना पड़ सकता है।लॉन्ग-टर्म निवेशक:
कंपनी के फाइनेंशियल्स और बिजनेस मॉडल मजबूत हैं। नए प्रोडक्ट्स और बढ़ते एक्सपोर्ट्स कंपनी की ग्रोथ को सपोर्ट कर रहे हैं। इसलिए लंबे समय के निवेशकों के लिए यह ब्लॉक डील ज्यादा चिंता की बात नहीं है।संस्थागत निवेशक (FII / DII):
अगर बड़े फंड्स इस ब्लॉक डील में एंट्री लेते हैं तो कंपनी की स्टॉकहोल्डिंग स्ट्रक्चर और भी मजबूत हो सकता है।
क्यों कर रहे हैं प्रवर्तक हिस्सेदारी बिक्री?
Ashok Boob और Krishna Boob द्वारा हिस्सेदारी बिक्री के पीछे मुख्य कारण फैमिली एस्टेट प्लानिंग बताया जा रहा है। इसका मतलब है कि यह बिक्री कंपनी के बिजनेस पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डालेगी।
Chalakinvestor की राय
शॉर्ट-टर्म: ब्लॉक डील के बाद प्राइस में दबाव संभव है। जो निवेशक ट्रेडिंग कर रहे हैं, उन्हें सतर्क रहना चाहिए।
मीडियम-टर्म: ₹1,030 के आसपास स्टॉक निवेश के लिए आकर्षक हो सकता है।
लॉन्ग-टर्म: Clean Science का बिजनेस मॉडल, प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और फाइनेंशियल ग्रोथ इसे मजबूत बनाते हैं। इसलिए लॉन्ग-टर्म निवेशक डिप्स पर खरीदारी पर विचार कर सकते हैं।
Chalakinvestor की सलाह:
अगर आप शॉर्ट-टर्म ट्रेडर हैं तो वोलैटिलिटी से सावधान रहें। लेकिन अगर आप 2-3 साल या उससे ज्यादा के निवेशक हैं, तो Clean Science and Technology आपके पोर्टफोलियो के लिए एक वैल्यू-एडिंग स्टॉक हो सकता है।




















